उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षा में पहली बार मोबाइल एप के माध्यम से अंक अपलोड किए जा रहे हैं। हालांकि, इस नई प्रणाली के कारण कई परीक्षकों को लॉगिन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए, संबंधित परीक्षकों के सही मोबाइल नंबर जल्द से जल्द क्षेत्रीय कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
विद्यालयों को बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर परीक्षकों के मोबाइल नंबर अपलोड करने थे, लेकिन कई विद्यालयों द्वारा गलत या पुरानी जानकारी दर्ज कर दी गई। कुछ परीक्षकों के मोबाइल नंबर बदल चुके हैं, जिससे उन्हें लॉगिन करते समय ओटीपी प्राप्त नहीं हो रहा है और अंक अपलोड करने में बाधा आ रही है।
इस स्थिति को सुधारने के लिए, यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (DIOS) को निर्देश दिया है कि वे संबंधित विद्यालयों से सही जानकारी प्राप्त कर क्षेत्रीय कार्यालय को शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध कराएं। इसके अलावा, सभी डीआईओएस को गलत और सही मोबाइल नंबरों का पूरा विवरण भी प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
पहले चरण की प्रयोगात्मक परीक्षाएं प्रयागराज सहित आठ मंडलों में 8 फरवरी 2025 तक आयोजित की जाएंगी, जिनके लिए 9,977 परीक्षक नियुक्त किए गए हैं। वहीं, दूसरे चरण की परीक्षाएं 9 से 16 फरवरी 2025 तक आयोजित की जाएंगी, जिनके लिए 9,504 परीक्षकों की ड्यूटी निर्धारित की गई है।
गौरतलब है कि यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं 24 फरवरी 2025 से शुरू होकर 12 मार्च 2025 तक संपन्न होंगी। इस वर्ष परीक्षाएं निर्धारित समय पर आयोजित की जा रही हैं, जिसमें 54 लाख 35 हजार विद्यार्थी भाग लेंगे। परीक्षा का आयोजन महज 17 दिनों में पूरा किया जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा प्रणाली को सुचारु और व्यवस्थित रूप से संचालित करने में मदद मिलेगी।