पिलखुवा में 8 करोड़ की लागत से बनेगा अंडरपास, परतापुर रेलवे फाटक दो महीने रहेगा बंद

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पिलखुवा: परतापुर रेलवे फाटक दो महीने रहेगा बंद, 8 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा अंडरपास

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पिलखुवा, हापुड़: पिलखुवा क्षेत्र के परतापुर रेलवे फाटक पर अंडरपास निर्माण कार्य 15 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। इस कार्य के चलते अगले दो महीनों तक रेलवे फाटक पूरी तरह से बंद रहेगा, जिससे स्थानीय निवासियों और राहगीरों को अस्थायी रूप से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना पड़ेगा। हालांकि, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इस क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

रेलवे विभाग द्वारा इस परियोजना पर लगभग 8 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस अंडरपास के निर्माण से परतापुर रेलवे फाटक पर लगने वाले लंबे जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी और लोगों की आवाजाही सुगम होगी।

दिल्ली-मुरादाबाद रेलवे ट्रैक देश के सबसे व्यस्त ट्रैकों में से एक है, जहां प्रत्येक दिन 100 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। इस कारण रेलवे फाटक पर लंबा इंतजार करना पड़ता है, जिससे आम जनता को परेशानी होती है। राहगीरों को इसी असुविधा से बचाने और रेलवे परिचालन को सुचारू बनाने के लिए अंडरपास निर्माण का निर्णय लिया गया है।

इस दौरान यात्रियों को अन्य वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना होगा। स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों को असुविधा से बचाने के लिए ट्रैफिक डायवर्जन और अन्य आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं।

परियोजना के लाभ:

  • अंडरपास बनने से ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त होगी।
  • राहगीरों और वाहन चालकों को निर्बाध आवागमन मिलेगा।
  • रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी।
  • स्थानीय निवासियों को लंबे समय तक इस समस्या से छुटकारा मिलेगा।

हालांकि, निर्माण कार्य के चलते दो महीने तक लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा, लेकिन भविष्य में यह अंडरपास क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण संरचना साबित होगा। प्रशासन द्वारा लोगों से संयम बनाए रखने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की गई है।

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Aarohi Chaudhary

नमस्ते, मैं Aarohi Chaudhary हूं। पिछले 3 वर्षों से लेखन की दुनिया में अपनी पहचान बना रही हूं। मैंने कई वेबसाइट्स के लिए ऐसी सामग्री तैयार की है जो न केवल जानकारीपूर्ण हो, बल्कि पाठकों से गहराई से जुड़ सके। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति का माध्यम है। मेरा लक्ष्य है—हर शब्द से कहानी कहना और हर वाक्य से प्रभाव छोड़ना।

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