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RCB की जीत में मचा मातम: भगदड़ में 11 मौतें, कर्नाटक सरकार पर उठे सवाल

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मैं आरोही चौधरी हूं, और आज आपके साथ एक बेहद दुखद और संवेदनशील खबर साझा कर रही हूं। RCB की पहली IPL जीत का जश्न जहां पूरे देश में खुशी की लहर लेकर आया, वहीं बेंगलुरु में इस जश्न ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं। RCB की विक्ट्री परेड के दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

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क्या हुआ बेंगलुरु में?

RCB की ऐतिहासिक जीत के बाद बेंगलुरु में एक भव्य विक्ट्री परेड आयोजित की गई थी। जैसे ही टीम विधानसभा और फिर चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंची, हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के अनुसार, स्टेडियम के बाहर करीब 3 लाख लोग इकट्ठा हो गए थे, जबकि प्रशासन को इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। इसी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग कुचले गए और 11 लोगों की जान चली गई।

सीएम सिद्धारमैया का बयान

मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इतनी भीड़ के लिए तैयार नहीं थे। यह हमारी ओर से चूक थी। यह हादसा जश्न को मातम में बदल गया। हम मृतकों के परिवारों को 10 लाख का मुआवजा देंगे और घायलों का मुफ्त इलाज होगा। साथ ही, मामले की न्यायिक जांच होगी।”

प्रधानमंत्री और नेताओं की प्रतिक्रियाएं

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक जताते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
  • राहुल गांधी ने कहा कि जश्न कभी किसी की जान की कीमत पर नहीं होना चाहिए।
  • मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की ताकि भविष्य में ऐसा न हो।
  • भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे “राज्य प्रायोजित आपराधिक लापरवाही” बताया और CM से इस्तीफे की मांग की।

चश्मदीदों की आंखों से हादसा

एक चश्मदीद महेश ने बताया कि “मैंने अपनी आंखों के सामने लड़कियों को गिरते देखा। लोग चिल्ला रहे थे, लेकिन वहां कोई मदद के लिए नहीं पहुंचा। पुलिस भी भीड़ में फंसी थी। माहौल बहुत डरावना था।”

सवाल उठ रहे हैं

  • क्या कर्नाटक सरकार ने बिना पूरी तैयारी के यह विजय यात्रा आयोजित की?
  • क्या भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए?
  • क्या IPL और RCB टीम को भी इस पर कुछ ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए?

हमारी राय:

RCB की जीत एक ऐतिहासिक पल था, लेकिन ऐसा जश्न जिसमें मासूम लोगों की जान चली जाए, उसे जश्न नहीं कहा जा सकता। हर सार्वजनिक कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उम्मीद है कि कर्नाटक सरकार इस हादसे से सीख लेगी और भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए पुख्ता इंतजाम करेगी।

आगे की अपडेट्स और खबरों के लिए पढ़ते रहिए nayijankari.in
मैं आरोही चौधरी, फिर लौटूंगी एक नई और जरूरी खबर के साथ।

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Aarohi Chaudhary

नमस्ते, मैं Aarohi Chaudhary हूं। पिछले 3 वर्षों से लेखन की दुनिया में अपनी पहचान बना रही हूं। मैंने कई वेबसाइट्स के लिए ऐसी सामग्री तैयार की है जो न केवल जानकारीपूर्ण हो, बल्कि पाठकों से गहराई से जुड़ सके। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति का माध्यम है। मेरा लक्ष्य है—हर शब्द से कहानी कहना और हर वाक्य से प्रभाव छोड़ना।

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