मैं आरोही चौधरी हूं।
और आज nayijankari.in पर आपके लिए लेकर आई हूं NEET PG परीक्षा स्थगन से जुड़ी एक आसान और भरोसेमंद खबर। अगर आप NEET PG की तैयारी कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

15 जून 2025 को होने वाली NEET PG परीक्षा को अब स्थगित कर दिया गया है। यह ऐलान नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक नोटिस जारी कर किया। अब यह परीक्षा कब होगी, इसकी जानकारी अगली सूचना में दी जाएगी।
क्या कहा गया है नोटिस में?
NBEMS ने बताया कि NEET PG 2025 को कुछ जरूरी कारणों से टालना पड़ा है। परीक्षा की नई तारीख जल्द ही वेबसाइट पर घोषित की जाएगी। इससे पहले, 11 जून को एडमिट कार्ड जारी होने थे।
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों दिया था समय लेने का सुझाव?
30 मई को सुप्रीम कोर्ट ने एक सुनवाई में कहा था कि NEET PG परीक्षा एक ही शिफ्ट में होनी चाहिए, ताकि सभी छात्रों को बराबरी का मौका मिले। कोर्ट ने NBEMS से कहा कि अगर एक शिफ्ट में परीक्षा करानी है तो सेंटर की संख्या बढ़ाई जा सकती है। अगर जरूरत हो, तो परीक्षा की तारीख भी आगे बढ़ाई जा सकती है।
छात्रों ने क्यों उठाई दो शिफ्ट के खिलाफ आवाज?
छात्रों का कहना था कि जब परीक्षा दो शिफ्ट में होती है, तो सवालों के डिफिकल्टी लेवल (मुश्किल स्तर) में फर्क होता है। इससे रिजल्ट प्रभावित होता है और न्यायसंगत मूल्यांकन (fair evaluation) नहीं हो पाता।
क्या होता है नॉर्मलाइजेशन?
जब परीक्षा एक से ज्यादा शिफ्ट में होती है, तो हर शिफ्ट का क्वेश्चन पेपर अलग होता है। ऐसे में किसी शिफ्ट का पेपर आसान और किसी का कठिन हो सकता है। इसी अंतर को खत्म करने के लिए “नॉर्मलाइजेशन” किया जाता है।
इसे एक उदाहरण से समझिए:
पेपर सेट | एवरेज स्कोर |
---|---|
A | 70 |
B | 75 |
C | 80 |
इसमें सेट C सबसे आसान माना जाएगा और सेट A सबसे कठिन। इसलिए सेट C वाले छात्रों को थोड़े extra marks मिलते हैं और सेट A वाले छात्रों को थोड़े marks कट किए जाते हैं।
लेकिन छात्रों का कहना है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी नहीं होती, जिससे कई बार योग्य छात्रों का नुकसान हो जाता है।
क्या चाहते हैं छात्र?
छात्रों ने मांग की है कि—
- परीक्षा एक ही शिफ्ट में हो
- पेपर और उत्तर कुंजी (Answer Key) सार्वजनिक की जाए
- रिजल्ट पूरी पारदर्शिता के साथ जारी किया जाए
कितनी सीटों के लिए होती है NEET PG?
भारत में लगभग 52,000 पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सीटें हैं। हर साल करीब 2 लाख MBBS ग्रेजुएट्स इस परीक्षा में भाग लेते हैं।
पिछले साल पहली बार NEET PG को दो शिफ्टों में आयोजित किया गया था – जिससे कई छात्रों ने इसे अनुचित (Unfair) बताया।
अब आगे क्या?
अब सभी की निगाहें NBEMS की अगली घोषणा पर टिकी हैं। उम्मीद है कि जल्द ही नई तारीख घोषित की जाएगी, जिससे छात्र अपनी तैयारी दोबारा से प्लान कर सकें।
📌 मेरी सलाह
मैं, आरोही चौधरी, सभी छात्रों से कहना चाहूंगी कि आप घबराएं नहीं, बल्कि इस समय का उपयोग करें अपनी तैयारी को मजबूत करने में। समय भले ही थोड़ा बढ़ गया हो, लेकिन आपका सपना अब भी आपके बहुत करीब है।
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