भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही ये योजनाएं आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्ग के छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने में सहायक हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों को शिक्षित बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। साथ ही, विभिन्न राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर कई योजनाएं चला रही हैं, जिससे बच्चों को शिक्षा का अधिकार प्राप्त हो सके।

शिक्षा ही वह माध्यम है, जो समाज में बदलाव ला सकती है और देश को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बना सकती है। इसलिए, इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाकर बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाना चाहिए।
भारत में मुफ्त शिक्षा: सरकार की 4 महत्वपूर्ण योजनाएं
शिक्षा को समाज और देश की प्रगति की नींव माना जाता है। एक शिक्षित व्यक्ति न केवल अपने जीवन को सुधारता है बल्कि पूरे समाज को भी आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित करता है। भारत की साक्षरता दर वर्तमान में 74.04% है, जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 82.14% और महिलाओं की 65.46% है। देश में शिक्षा को बढ़ावा देने और प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनके तहत छात्र बिना किसी शुल्क के पढ़ाई कर सकते हैं।
भारत में मुफ्त शिक्षा के लिए सरकारी योजनाएं
देश में शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य सभी वर्गों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। यहां हम आपको चार प्रमुख सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे, जो मुफ्त शिक्षा की सुविधा देती हैं।
1. सर्व शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan)

सर्व शिक्षा अभियान (SSA) भारत सरकार की एक व्यापक और समग्र योजना है, जिसका उद्देश्य सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराना है। इस योजना की शुरुआत 2001-2002 में की गई थी। यह केंद्र और राज्य सरकारों के संयुक्त प्रयास से संचालित की जाती है। इस योजना के अंतर्गत 6 से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जाती है।
2. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना (Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya Scheme)

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) योजना को भारत सरकार ने वर्ष 2004 में शुरू किया था। यह योजना विशेष रूप से अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के लिए बनाई गई है। इसके तहत 10 से 18 वर्ष की आयु की छात्राओं के लिए आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है, जिससे वे कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर सकें। इस योजना का मुख्य उद्देश्य वंचित वर्ग की लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है।
3. समग्र शिक्षा अभियान (Samagra Shiksha Abhiyan)
समग्र शिक्षा योजना एक समेकित शिक्षा योजना है, जिसका उद्देश्य सभी बच्चों को प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 12वीं तक उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत छात्रों की विविध आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा प्रणाली को और अधिक समावेशी बनाया गया है। यह योजना विशेष रूप से उन बच्चों पर ध्यान केंद्रित करती है, जो किसी न किसी कारणवश शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। इसमें शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों के लिए भी विशेष सुविधाएं दी जाती हैं।
4. सीबीएसई उड़ान कार्यक्रम (CBSE Udaan Program)
सीबीएसई उड़ान कार्यक्रम भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा संचालित एक विशेष पहल है। इस योजना के तहत छात्राओं को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं (JEE) की मुफ्त तैयारी करवाई जाती है। कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाली छात्राओं को इस योजना के तहत वर्चुअल वीकेंड क्लासेस और प्री-लोडेड टैबलेट के माध्यम से अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना का उद्देश्य विज्ञान और गणित के प्रति लड़कियों की रुचि बढ़ाना और उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना है।